रामायणम् — 2.85.75
Original
Segmented
इत्य् एवम् रममाणानाम् देवानाम् इव नन्दने भरद्वाज-आश्रमे रम्ये सा रात्रिः व्यत्यवर्तत
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| इत्य् | इति | pos=i |
| एवम् | एवम् | pos=i |
| रममाणानाम् | रम् | pos=va,g=m,c=6,n=p,f=part |
| देवानाम् | देव | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| इव | इव | pos=i |
| नन्दने | नन्दन | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| भरद्वाज | भरद्वाज | pos=n,comp=y |
| आश्रमे | आश्रम | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| रम्ये | रम्य | pos=a,g=m,c=7,n=s |
| सा | तद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| रात्रिः | रात्रि | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| व्यत्यवर्तत | व्यतिवृत् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |