रामायणम् — 2.89.15
Original
Segmented
त्वम् पौर-जन-वत् व्यालान् अयोध्याम् इव पर्वतम् मन्यस्व वनिते नित्यम् सरयू-वत् इमाम् नदीम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| पौर | पौर | pos=n,comp=y |
| जन | जन | pos=n,comp=y |
| वत् | वत् | pos=i |
| व्यालान् | व्याल | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| अयोध्याम् | अयोध्या | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| इव | इव | pos=i |
| पर्वतम् | पर्वत | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| मन्यस्व | मन् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| वनिते | वनिता | pos=n,g=f,c=8,n=s |
| नित्यम् | नित्यम् | pos=i |
| सरयू | सरयू | pos=n,comp=y |
| वत् | वत् | pos=i |
| इमाम् | इदम् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| नदीम् | नदी | pos=n,g=f,c=2,n=s |