रामायणम् — 2.9.30
Original
Segmented
सन्ति दुःसंस्थिताः कुब्जा वक्राः परम-पापक त्वम् पद्मम् इव वातेन संनता प्रिय-दर्शना
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| सन्ति | अस् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| दुःसंस्थिताः | दुःसंस्थित | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| कुब्जा | कुब्ज | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| वक्राः | वक्र | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| परम | परम | pos=a,comp=y |
| पापक | पापक | pos=a,g=,c=1,n=p |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| पद्मम् | पद्म | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| इव | इव | pos=i |
| वातेन | वात | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| संनता | संनम् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
| प्रिय | प्रिय | pos=a,comp=y |
| दर्शना | दर्शन | pos=n,g=f,c=1,n=s |