रामायणम् — 2.9.43
Original
Segmented
अनेक-शत-साहस्रम् मुक्ता-हारम् वर-अङ्गना अवमुच्य वर-अर्हानि शुभान्य् आभरणानि च
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अनेक | अनेक | pos=a,comp=y |
| शत | शत | pos=n,comp=y |
| साहस्रम् | साहस्र | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| मुक्ता | मुक्ता | pos=n,comp=y |
| हारम् | हार | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| वर | वर | pos=a,comp=y |
| अङ्गना | अङ्गना | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| अवमुच्य | अवमुच् | pos=vi |
| वर | वर | pos=n,comp=y |
| अर्हानि | अर्ह | pos=a,g=n,c=2,n=p |
| शुभान्य् | शुभ | pos=a,g=n,c=2,n=p |
| आभरणानि | आभरण | pos=n,g=n,c=2,n=p |
| च | च | pos=i |