रामायणम् — 2.92.6
Original
Segmented
यावन् न चरणौ भ्रातुः पार्थिव-व्यञ्जन-अन्वितौ शिरसा धारयिष्यामि न मे शान्तिः भविष्यति
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यावन् | यावत् | pos=i |
| न | न | pos=i |
| चरणौ | चरण | pos=n,g=m,c=2,n=d |
| भ्रातुः | भ्रातृ | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| पार्थिव | पार्थिव | pos=n,comp=y |
| व्यञ्जन | व्यञ्जन | pos=n,comp=y |
| अन्वितौ | अन्वित | pos=a,g=m,c=2,n=d |
| शिरसा | शिरस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| धारयिष्यामि | धारय् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
| न | न | pos=i |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| शान्तिः | शान्ति | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| भविष्यति | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |