रामायणम् — 2.93.37
Original
Segmented
दुःख-अभितप्तः भरतो राज-पुत्रः महा-बलः उक्त्वा आर्य इति सकृद् दीनम् पुनः न उवाच किंचन
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| दुःख | दुःख | pos=n,comp=y |
| अभितप्तः | अभितप् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| भरतो | भरत | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| राज | राजन् | pos=n,comp=y |
| पुत्रः | पुत्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| महा | महत् | pos=a,comp=y |
| बलः | बल | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उक्त्वा | वच् | pos=vi |
| आर्य | आर्य | pos=a,g=m,c=8,n=s |
| इति | इति | pos=i |
| सकृद् | सकृत् | pos=i |
| दीनम् | दीन | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| पुनः | पुनर् | pos=i |
| न | न | pos=i |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| किंचन | कश्चन | pos=n,g=n,c=2,n=s |