रामायणम् — 2.94.31
Original
Segmented
कच्चिद् व्यपास्तान् अहितान् प्रतियातांः च सर्वदा दुर्बलान् अनवज्ञाय वर्तसे रिपु-सूदन
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| कच्चिद् | कच्चित् | pos=i |
| व्यपास्तान् | व्यपास् | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
| अहितान् | अहित | pos=a,g=m,c=2,n=p |
| प्रतियातांः | प्रतिया | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
| च | च | pos=i |
| सर्वदा | सर्वदा | pos=i |
| दुर्बलान् | दुर्बल | pos=a,g=m,c=2,n=p |
| अनवज्ञाय | अनवज्ञाय | pos=i |
| वर्तसे | वृत् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
| रिपु | रिपु | pos=n,comp=y |
| सूदन | सूदन | pos=a,g=m,c=8,n=s |