रामायणम् — 2.95.14
Original
Segmented
अहो भरत सिद्धार्थो येन राजा त्वया अनघ च सर्वेषु प्रेत-कृत्येषु सत्कृतः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अहो | अहो | pos=i |
| भरत | भरत | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| सिद्धार्थो | सिद्धार्थ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| येन | यद् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| राजा | राजन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| त्वया | त्वद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
| अनघ | अनघ | pos=a,g=m,c=8,n=s |
| च | च | pos=i |
| सर्वेषु | सर्व | pos=n,g=n,c=7,n=p |
| प्रेत | प्रेत | pos=n,comp=y |
| कृत्येषु | कृत्य | pos=n,g=n,c=7,n=p |
| सत्कृतः | सत्कृ | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |