रामायणम् — 2.98.28
Original
Segmented
यथा हि सार्थम् गच्छन्तम् ब्रूयात् कश्चित् पथि स्थितः अहम् अप्य् आगमिष्यामि पृष्ठतो भवताम् इति
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यथा | यथा | pos=i |
| हि | हि | pos=i |
| सार्थम् | सार्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| गच्छन्तम् | गम् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
| ब्रूयात् | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| कश्चित् | कश्चित् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| पथि | पथिन् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| स्थितः | स्था | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| अप्य् | अपि | pos=i |
| आगमिष्यामि | आगम् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
| पृष्ठतो | पृष्ठतस् | pos=i |
| भवताम् | भवत् | pos=a,g=m,c=6,n=p |
| इति | इति | pos=i |