रामायणम् — 2.98.34
Original
Segmented
स जीर्णम् मानुषम् देहम् परित्यज्य पिता हि नः दैवीम् ऋद्धिम् अनुप्राप्तो ब्रह्म-लोक-विहारिन्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| जीर्णम् | जृ | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
| मानुषम् | मानुष | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| देहम् | देह | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| परित्यज्य | परित्यज् | pos=vi |
| पिता | पितृ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| हि | हि | pos=i |
| नः | मद् | pos=n,g=,c=6,n=p |
| दैवीम् | दैव | pos=a,g=f,c=2,n=s |
| ऋद्धिम् | ऋद्धि | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| अनुप्राप्तो | अनुप्राप् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| ब्रह्म | ब्रह्मन् | pos=n,comp=y |
| लोक | लोक | pos=n,comp=y |
| विहारिन् | विहारिन् | pos=a,g=f,c=2,n=s |