रामायणम् — 3.10.42
Original
Segmented
इति रामो मुनेः श्रुत्वा सह भ्रात्रा अभिवाद्य च प्रतस्थे ऽगस्त्यम् उद्दिश्य स अनुजः सह सीतया
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| इति | इति | pos=i |
| रामो | राम | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| मुनेः | मुनि | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
| सह | सह | pos=i |
| भ्रात्रा | भ्रातृ | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| अभिवाद्य | अभिवादय् | pos=vi |
| च | च | pos=i |
| प्रतस्थे | प्रस्था | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| ऽगस्त्यम् | अगस्त्य | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| उद्दिश्य | उद्दिश् | pos=vi |
| स | स | pos=i |
| अनुजः | अनुज | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| सह | सह | pos=i |
| सीतया | सीता | pos=n,g=f,c=3,n=s |