रामायणम् — 3.10.51
Original
Segmented
तत् सुतीक्ष्णस्य वचनम् यथा सौम्य मया श्रुतम् अगस्त्यस्य आश्रमः भ्रातुः नूनम् एष भविष्यति
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| तत् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| सुतीक्ष्णस्य | सुतीक्ष्ण | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| वचनम् | वचन | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| यथा | यथा | pos=i |
| सौम्य | सौम्य | pos=a,g=m,c=8,n=s |
| मया | मद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
| श्रुतम् | श्रु | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| अगस्त्यस्य | अगस्त्य | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| आश्रमः | आश्रम | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| भ्रातुः | भ्रातृ | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| नूनम् | नूनम् | pos=i |
| एष | एतद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| भविष्यति | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |