रामायणम् — 3.10.58
Original
Segmented
ब्राह्मणानाम् सहस्राणि तैः एवम् कामरूपिभिः विनाशितानि संहत्य नित्यशः पिशित-अशनैः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| ब्राह्मणानाम् | ब्राह्मण | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| सहस्राणि | सहस्र | pos=n,g=n,c=1,n=p |
| तैः | तद् | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| एवम् | एवम् | pos=i |
| कामरूपिभिः | कामरूपिन् | pos=a,g=m,c=3,n=p |
| विनाशितानि | विनाशय् | pos=va,g=n,c=1,n=p,f=part |
| संहत्य | संहन् | pos=vi |
| नित्यशः | नित्यशस् | pos=i |
| पिशित | पिशित | pos=n,comp=y |
| अशनैः | अशन | pos=n,g=m,c=3,n=p |