रामायणम् — 3.11.23
Original
Segmented
प्रतिगृह्य च काकुत्स्थम् अर्चयित्वा आसन-उदकैः कुशलप्रश्नम् उक्त्वा च आस्यताम् इति सो ऽब्रवीत्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| प्रतिगृह्य | प्रतिग्रह् | pos=vi |
| च | च | pos=i |
| काकुत्स्थम् | काकुत्स्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अर्चयित्वा | अर्चय् | pos=vi |
| आसन | आसन | pos=n,comp=y |
| उदकैः | उदक | pos=n,g=n,c=3,n=p |
| कुशलप्रश्नम् | कुशलप्रश्न | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| उक्त्वा | वच् | pos=vi |
| च | च | pos=i |
| आस्यताम् | आस् | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
| इति | इति | pos=i |
| सो | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽब्रवीत् | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |