रामायणम् — 3.17.2
Original
Segmented
कृतदारो ऽस्मि भवति भार्या इयम् दयिता मम त्वद्विधानाम् तु नारीणाम् सु दुःखा स सपत्न-ता
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| कृतदारो | कृतदार | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| ऽस्मि | अस् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| भवति | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| भार्या | भार्या | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| इयम् | इदम् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| दयिता | दयित | pos=a,g=f,c=1,n=s |
| मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| त्वद्विधानाम् | त्वद्विध | pos=a,g=f,c=6,n=p |
| तु | तु | pos=i |
| नारीणाम् | नारी | pos=n,g=f,c=6,n=p |
| सु | सु | pos=i |
| दुःखा | दुःख | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| स | स | pos=i |
| सपत्न | सपत्न | pos=n,comp=y |
| ता | ता | pos=n,g=f,c=1,n=s |