रामायणम् — 3.17.25
Original
Segmented
ततस् तु सा राक्षस-संघ-संवृतम् खरम् जनस्थान-गतम् विरूपिता उपेत्य तम् भ्रातरम् उग्र-तेजसम् पपात भूमौ गगनाद् यथा अशनिः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| ततस् | ततस् | pos=i |
| तु | तु | pos=i |
| सा | तद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| राक्षस | राक्षस | pos=n,comp=y |
| संघ | संघ | pos=n,comp=y |
| संवृतम् | संवृ | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
| खरम् | खर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| जनस्थान | जनस्थान | pos=n,comp=y |
| गतम् | गम् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
| विरूपिता | विरूपय् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
| उपेत्य | उपे | pos=vi |
| तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| भ्रातरम् | भ्रातृ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| उग्र | उग्र | pos=a,comp=y |
| तेजसम् | तेजस् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| पपात | पत् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| भूमौ | भूमि | pos=n,g=f,c=7,n=s |
| गगनाद् | गगन | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| यथा | यथा | pos=i |
| अशनिः | अशनि | pos=n,g=m,c=1,n=s |