रामायणम् — 3.2.17
Original
Segmented
यद् अभिप्रेतम् अस्मासु प्रियम् वर-वृतम् च यत् कैकेय्यास् तु सु संवृत्तम् क्षिप्रम् अद्य एव लक्ष्मण
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यद् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| अभिप्रेतम् | अभिप्रे | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| अस्मासु | मद् | pos=n,g=,c=7,n=p |
| प्रियम् | प्रिय | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| वर | वर | pos=n,comp=y |
| वृतम् | वृ | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| च | च | pos=i |
| यत् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| कैकेय्यास् | कैकेयी | pos=n,g=f,c=6,n=s |
| तु | तु | pos=i |
| सु | सु | pos=i |
| संवृत्तम् | संवृत् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| क्षिप्रम् | क्षिप्रम् | pos=i |
| अद्य | अद्य | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| लक्ष्मण | लक्ष्मण | pos=n,g=m,c=8,n=s |