रामायणम् — 3.21.22
Original
Segmented
राक्षसानाम् सु घोराणाम् सहस्राणि चतुर्दश निर्यातानि जनस्थानात् खर-चित्त-अनुवर्तिनाम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| राक्षसानाम् | राक्षस | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| सु | सु | pos=i |
| घोराणाम् | घोर | pos=a,g=m,c=6,n=p |
| सहस्राणि | सहस्र | pos=n,g=n,c=1,n=p |
| चतुर्दश | चतुर्दशन् | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| निर्यातानि | निर्या | pos=va,g=n,c=1,n=p,f=part |
| जनस्थानात् | जनस्थान | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| खर | खर | pos=n,comp=y |
| चित्त | चित्त | pos=n,comp=y |
| अनुवर्तिनाम् | अनुवर्तिन् | pos=a,g=m,c=6,n=p |