रामायणम् — 3.23.9
Original
Segmented
उद्यतानाम् हि युद्ध-अर्थम् येषाम् भवति लक्ष्मणः निष्प्रभम् वदनम् तेषाम् भवत्य् आयुः-परिक्षयः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| उद्यतानाम् | उद्यम् | pos=va,g=m,c=6,n=p,f=part |
| हि | हि | pos=i |
| युद्ध | युद्ध | pos=n,comp=y |
| अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| येषाम् | यद् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| भवति | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| लक्ष्मणः | लक्ष्मण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| निष्प्रभम् | निष्प्रभ | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| वदनम् | वदन | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| तेषाम् | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| भवत्य् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| आयुः | आयुस् | pos=n,comp=y |
| परिक्षयः | परिक्षय | pos=n,g=m,c=1,n=s |