रामायणम् — 3.28.11
Original
Segmented
अद्य हि त्वाम् मया मुक्ताः शराः काञ्चन-भूषणाः विदार्य निपतिष्यन्ति वल्मीकम् इव पन्नगाः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अद्य | अद्य | pos=i |
| हि | हि | pos=i |
| त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
| मया | मद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
| मुक्ताः | मुच् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| शराः | शर | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| काञ्चन | काञ्चन | pos=n,comp=y |
| भूषणाः | भूषण | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| विदार्य | विदारय् | pos=vi |
| निपतिष्यन्ति | निपत् | pos=v,p=3,n=p,l=lrt |
| वल्मीकम् | वल्मीक | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| इव | इव | pos=i |
| पन्नगाः | पन्नग | pos=n,g=m,c=1,n=p |