रामायणम् — 3.29.4
Original
Segmented
यत् त्वया उक्तम् विनष्टानाम् इदम् अश्रु-प्रमार्जनम् राक्षसानाम् करोमि इति मिथ्या तद् अपि ते वचः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यत् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| त्वया | त्वद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
| उक्तम् | वच् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| विनष्टानाम् | विनश् | pos=va,g=m,c=6,n=p,f=part |
| इदम् | इदम् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| अश्रु | अश्रु | pos=n,comp=y |
| प्रमार्जनम् | प्रमार्जन | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| राक्षसानाम् | राक्षस | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| करोमि | कृ | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| इति | इति | pos=i |
| मिथ्या | मिथ्या | pos=i |
| तद् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| अपि | अपि | pos=i |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| वचः | वचस् | pos=n,g=n,c=1,n=s |