रामायणम् — 3.29.9
Original
Segmented
जनस्थाने हत-स्थाने तव राक्षस मद्-शरैः निर्भया विचरिष्यन्ति सर्वतो मुनयो वने
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| जनस्थाने | जनस्थान | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| हत | हन् | pos=va,comp=y,f=part |
| स्थाने | स्थान | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| तव | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| राक्षस | राक्षस | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| मद् | मद् | pos=n,comp=y |
| शरैः | शर | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| निर्भया | निर्भय | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| विचरिष्यन्ति | विचर् | pos=v,p=3,n=p,l=lrt |
| सर्वतो | सर्वतस् | pos=i |
| मुनयो | मुनि | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| वने | वन | pos=n,g=n,c=7,n=s |