रामायणम् — 3.3.20
Original
Segmented
तदा प्रकृतिम् आपन्नो भवान् स्वर्गम् गमिष्यति इति वैश्रवणो राजा रम्भा-सक्तम् उवाच ह
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| तदा | तदा | pos=i |
| प्रकृतिम् | प्रकृति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| आपन्नो | आपद् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| भवान् | भवत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| स्वर्गम् | स्वर्ग | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| गमिष्यति | गम् | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |
| इति | इति | pos=i |
| वैश्रवणो | वैश्रवण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| राजा | राजन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| रम्भा | रम्भा | pos=n,comp=y |
| सक्तम् | सञ्ज् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| ह | ह | pos=i |