रामायणम् — 3.3.6
Original
Segmented
तपसा च अपि मे प्राप्ता ब्रह्मणो हि प्रसाद-जा शस्त्रेण अवध्य-ता लोके अच्छेद्य-अभेद्य-त्वम् एव च
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| तपसा | तपस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| च | च | pos=i |
| अपि | अपि | pos=i |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| प्राप्ता | प्राप् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
| ब्रह्मणो | ब्रह्मन् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| हि | हि | pos=i |
| प्रसाद | प्रसाद | pos=n,comp=y |
| जा | ज | pos=a,g=f,c=1,n=s |
| शस्त्रेण | शस्त्र | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| अवध्य | अवध्य | pos=a,comp=y |
| ता | ता | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| लोके | लोक | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| अच्छेद्य | अच्छेद्य | pos=a,comp=y |
| अभेद्य | अभेद्य | pos=a,comp=y |
| त्वम् | त्व | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| एव | एव | pos=i |
| च | च | pos=i |