रामायणम् — 3.30.15
Original
Segmented
वनम् चैत्ररथम् दिव्यम् नलिनीम् नन्दनम् वनम् विनाशयति यः क्रोधाद् देव-उद्यानानि वीर्यवान्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| वनम् | वन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| चैत्ररथम् | चैत्ररथ | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| दिव्यम् | दिव्य | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| नलिनीम् | नलिनी | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| नन्दनम् | नन्दन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| वनम् | वन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| विनाशयति | विनाशय् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| यः | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| क्रोधाद् | क्रोध | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| देव | देव | pos=n,comp=y |
| उद्यानानि | उद्यान | pos=n,g=n,c=2,n=p |
| वीर्यवान् | वीर्यवत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |