रामायणम् — 3.35.22
Original
Segmented
दोषाणाम् च गुणानाम् च सम्प्रधार्य बलाबलम् आत्मनः च बलम् ज्ञात्वा राघवस्य च तत्त्वतः हितम् हि तव निश्चित्य क्षमम् त्वम् कर्तुम् अर्हसि
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| दोषाणाम् | दोष | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| च | च | pos=i |
| गुणानाम् | गुण | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| च | च | pos=i |
| सम्प्रधार्य | सम्प्रधारय् | pos=vi |
| बलाबलम् | बलाबल | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| आत्मनः | आत्मन् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| च | च | pos=i |
| बलम् | बल | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| ज्ञात्वा | ज्ञा | pos=vi |
| राघवस्य | राघव | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| च | च | pos=i |
| तत्त्वतः | तत्त्व | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| हितम् | हित | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| हि | हि | pos=i |
| तव | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| निश्चित्य | निश्चि | pos=vi |
| क्षमम् | क्षम | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| कर्तुम् | कृ | pos=vi |
| अर्हसि | अर्ह् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |