रामायणम् — 3.35.6
Original
Segmented
अपि त्वाम् ईश्वरम् प्राप्य काम-वृत्तम् निरङ्कुशम् न विनश्येत् पुरी लङ्का त्वया सह स राक्षसा
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अपि | अपि | pos=i |
| त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
| ईश्वरम् | ईश्वर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| प्राप्य | प्राप् | pos=vi |
| काम | काम | pos=n,comp=y |
| वृत्तम् | वृत् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
| निरङ्कुशम् | निरङ्कुश | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| न | न | pos=i |
| विनश्येत् | विनश् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| पुरी | पुरी | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| लङ्का | लङ्का | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| त्वया | त्वद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
| सह | सह | pos=i |
| स | स | pos=i |
| राक्षसा | राक्षस | pos=n,g=f,c=1,n=s |