रामायणम् — 3.36.17
Original
Segmented
रामस्य शर-वेगेन निरस्तो भ्रान्त-चेतनः पातितो ऽहम् तदा तेन गम्भीरे सागर-अम्भसि प्राप्य संज्ञाम् चिरात् तात लङ्काम् प्रति गतः पुरीम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| रामस्य | राम | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| शर | शर | pos=n,comp=y |
| वेगेन | वेग | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| निरस्तो | निरस् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| भ्रान्त | भ्रम् | pos=va,comp=y,f=part |
| चेतनः | चेतना | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| पातितो | पातय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| ऽहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| तदा | तदा | pos=i |
| तेन | तद् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| गम्भीरे | गम्भीर | pos=a,g=n,c=7,n=s |
| सागर | सागर | pos=n,comp=y |
| अम्भसि | अम्भस् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| प्राप्य | प्राप् | pos=vi |
| संज्ञाम् | संज्ञा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| चिरात् | चिरात् | pos=i |
| तात | तात | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| लङ्काम् | लङ्का | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| प्रति | प्रति | pos=i |
| गतः | गम् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| पुरीम् | पुरी | pos=n,g=f,c=2,n=s |