रामायणम् — 3.36.23
Original
Segmented
दिव्य-चन्दन-दिग्ध-अङ्गान् दिव्य-आभरण-भूषितान् द्रक्ष्यस्य् अभिहतान् भूमौ तव दोषात् तु राक्षसान्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| दिव्य | दिव्य | pos=a,comp=y |
| चन्दन | चन्दन | pos=n,comp=y |
| दिग्ध | दिह् | pos=va,comp=y,f=part |
| अङ्गान् | अङ्ग | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| दिव्य | दिव्य | pos=a,comp=y |
| आभरण | आभरण | pos=n,comp=y |
| भूषितान् | भूषय् | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
| द्रक्ष्यस्य् | दृश् | pos=v,p=2,n=s,l=lrt |
| अभिहतान् | अभिहन् | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
| भूमौ | भूमि | pos=n,g=f,c=7,n=s |
| तव | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| दोषात् | दोष | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| तु | तु | pos=i |
| राक्षसान् | राक्षस | pos=n,g=m,c=2,n=p |