रामायणम् — 3.36.24
Original
Segmented
हृत-दारान् स दारान् च दश विद्रवतो दिशः हत-शेषान् अशरणान् द्रक्ष्यसि त्वम् निशाचरान्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| हृत | हृ | pos=va,comp=y,f=part |
| दारान् | दार | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| स | स | pos=i |
| दारान् | दार | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| च | च | pos=i |
| दश | दशन् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| विद्रवतो | विद्रु | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
| दिशः | दिश् | pos=n,g=f,c=2,n=p |
| हत | हन् | pos=va,comp=y,f=part |
| शेषान् | शेष | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| अशरणान् | अशरण | pos=a,g=m,c=2,n=p |
| द्रक्ष्यसि | दृश् | pos=v,p=2,n=s,l=lrt |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| निशाचरान् | निशाचर | pos=n,g=m,c=2,n=p |