रामायणम् — 3.37.14
Original
Segmented
शरेण मुक्तो रामस्य कथंचित् प्राप्य जीवितम् इह प्रव्राजितो युक्तस् तापसो ऽहम् समाहितः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| शरेण | शर | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| मुक्तो | मुच् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| रामस्य | राम | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| कथंचित् | कथंचिद् | pos=i |
| प्राप्य | प्राप् | pos=vi |
| जीवितम् | जीवित | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| इह | इह | pos=i |
| प्रव्राजितो | प्रव्राजय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| युक्तस् | युज् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| तापसो | तापस | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| समाहितः | समाहित | pos=a,g=m,c=1,n=s |