रामायणम् — 3.38.4
Original
Segmented
त्वद्-वाक्यैः न तु माम् शक्यम् भेत्तुम् रामस्य संयुगे पाप-शीलस्य मूर्खस्य मानुषस्य विशेषतः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| त्वद् | त्वद् | pos=n,comp=y |
| वाक्यैः | वाक्य | pos=n,g=n,c=3,n=p |
| न | न | pos=i |
| तु | तु | pos=i |
| माम् | मद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
| शक्यम् | शक्य | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| भेत्तुम् | भिद् | pos=vi |
| रामस्य | राम | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| संयुगे | संयुग | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| पाप | पाप | pos=n,comp=y |
| शीलस्य | शील | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| मूर्खस्य | मूर्ख | pos=a,g=m,c=6,n=s |
| मानुषस्य | मानुष | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| विशेषतः | विशेषतः | pos=i |