रामायणम् — 3.39.6
Original
Segmented
वध्याः खलु न हन्यन्ते सचिवास् तव रावण ये त्वाम् उत्पथम् आरूढम् न निगृह्णन्ति सर्वशः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| वध्याः | वध् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=krtya |
| खलु | खलु | pos=i |
| न | न | pos=i |
| हन्यन्ते | हन् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| सचिवास् | सचिव | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| तव | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| रावण | रावण | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| ये | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
| उत्पथम् | उत्पथ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| आरूढम् | आरुह् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
| न | न | pos=i |
| निगृह्णन्ति | निग्रह् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| सर्वशः | सर्वशस् | pos=i |