रामायणम् — 3.4.25
Original
Segmented
अहम् ज्ञात्वा नर-व्याघ्र वर्तमानम् अदूरतः ब्रह्म-लोकम् न गच्छामि त्वाम् अदृष्ट्वा प्रिय-अतिथिम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| ज्ञात्वा | ज्ञा | pos=vi |
| नर | नर | pos=n,comp=y |
| व्याघ्र | व्याघ्र | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| वर्तमानम् | वृत् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
| अदूरतः | अदूर | pos=a,g=n,c=5,n=s |
| ब्रह्म | ब्रह्मन् | pos=n,comp=y |
| लोकम् | लोक | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| न | न | pos=i |
| गच्छामि | गम् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
| अदृष्ट्वा | अदृष्ट्वा | pos=i |
| प्रिय | प्रिय | pos=a,comp=y |
| अतिथिम् | अतिथि | pos=n,g=m,c=2,n=s |