रामायणम् — 3.4.30
Original
Segmented
सुतीक्ष्णम् अभिगच्छ त्वम् शुचौ देशे तपस्विनम् रमणीये वन-उद्देशे स ते वासम् विधास्यति
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| सुतीक्ष्णम् | सुतीक्ष्ण | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अभिगच्छ | अभिगम् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| शुचौ | शुचि | pos=a,g=m,c=7,n=s |
| देशे | देश | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| तपस्विनम् | तपस्विन् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| रमणीये | रमणीय | pos=a,g=m,c=7,n=s |
| वन | वन | pos=n,comp=y |
| उद्देशे | उद्देश | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=4,n=s |
| वासम् | वास | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| विधास्यति | विधा | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |