रामायणम् — 3.41.2
Original
Segmented
प्रहृष्टा च अनवद्य-अङ्गी मृष्ट-हाटक-वर्णिन् भर्तारम् अपि च अक्रन्दत् लक्ष्मणम् च एव स आयुधम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| प्रहृष्टा | प्रहृष् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
| च | च | pos=i |
| अनवद्य | अनवद्य | pos=a,comp=y |
| अङ्गी | अङ्ग | pos=a,g=f,c=1,n=s |
| मृष्ट | मृज् | pos=va,comp=y,f=part |
| हाटक | हाटक | pos=n,comp=y |
| वर्णिन् | वर्णिन् | pos=a,g=f,c=1,n=s |
| भर्तारम् | भर्तृ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अपि | अपि | pos=i |
| च | च | pos=i |
| अक्रन्दत् | क्रन्द् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| लक्ष्मणम् | लक्ष्मण | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| च | च | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| स | स | pos=i |
| आयुधम् | आयुध | pos=n,g=m,c=2,n=s |