रामायणम् — 3.41.32
Original
Segmented
अर्थी येन अर्थ-कृत्येन संव्रजत्य् अविचारयन् तम् अर्थम् अर्थशास्त्र-ज्ञः प्राहुः अर्थ्याः च लक्ष्मण
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अर्थी | अर्थिन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| येन | यद् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| अर्थ | अर्थ | pos=n,comp=y |
| कृत्येन | कृत्य | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| संव्रजत्य् | संव्रज् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| अविचारयन् | अविचारयत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अर्थशास्त्र | अर्थशास्त्र | pos=n,comp=y |
| ज्ञः | ज्ञ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| प्राहुः | प्राह् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
| अर्थ्याः | अर्थ्य | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| च | च | pos=i |
| लक्ष्मण | लक्ष्मण | pos=n,g=m,c=8,n=s |