रामायणम् — 3.41.40
Original
Segmented
स कदाचिच् चिराल् लोके आससाद महा-मुनिम् अगस्त्यम् तेजसा युक्तम् भक्ष्यस् तस्य बभूव ह
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| कदाचिच् | कदाचिद् | pos=i |
| चिराल् | चिरात् | pos=i |
| लोके | लोक | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| आससाद | आसद् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| महा | महत् | pos=a,comp=y |
| मुनिम् | मुनि | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अगस्त्यम् | अगस्त्य | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| तेजसा | तेजस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| युक्तम् | युज् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
| भक्ष्यस् | भक्ष् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=krtya |
| तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| बभूव | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| ह | ह | pos=i |