रामायणम् — 3.46.18
Original
Segmented
प्रत्याख्याय हि माम् भीरु-परितापम् गमिष्यसि चरणेन अभिहत्य इव पुरूरवसम् उर्वशी
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| प्रत्याख्याय | प्रत्याख्या | pos=vi |
| हि | हि | pos=i |
| माम् | मद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
| भीरु | भीरु | pos=a,comp=y |
| परितापम् | परिताप | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| गमिष्यसि | गम् | pos=v,p=2,n=s,l=lrt |
| चरणेन | चरण | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| अभिहत्य | अभिहन् | pos=vi |
| इव | इव | pos=i |
| पुरूरवसम् | पुरूरवस् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| उर्वशी | उर्वशी | pos=n,g=f,c=1,n=s |