रामायणम् — 3.47.33
Original
Segmented
यानि कानिचिद् अप्य् अत्र सत्त्वानि निवसन्त्य् उत सर्वाणि शरणम् यामि मृग-पक्षि-गणान् अपि
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यानि | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=p |
| कानिचिद् | कश्चित् | pos=n,g=n,c=1,n=p |
| अप्य् | अपि | pos=i |
| अत्र | अत्र | pos=i |
| सत्त्वानि | सत्त्व | pos=n,g=n,c=1,n=p |
| निवसन्त्य् | निवस् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| उत | उत | pos=i |
| सर्वाणि | सर्व | pos=n,g=n,c=2,n=p |
| शरणम् | शरण | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| यामि | या | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| मृग | मृग | pos=n,comp=y |
| पक्षि | पक्षिन् | pos=n,comp=y |
| गणान् | गण | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| अपि | अपि | pos=i |