रामायणम् — 3.49.22
Original
Segmented
बद्धस् त्वम् काल-पाशेन क्व गतस् तस्य मोक्ष्यसे वधाय बडिशम् गृह्य स आमिषम् जलजो यथा
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| बद्धस् | बन्ध् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| काल | काल | pos=n,comp=y |
| पाशेन | पाश | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| क्व | क्व | pos=i |
| गतस् | गम् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| मोक्ष्यसे | मुच् | pos=v,p=2,n=s,l=lrt |
| वधाय | वध | pos=n,g=m,c=4,n=s |
| बडिशम् | बडिश | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| गृह्य | ग्रह् | pos=vi |
| स | स | pos=i |
| आमिषम् | आमिष | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| जलजो | जलज | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| यथा | यथा | pos=i |