रामायणम् — 3.5.12
Original
Segmented
प्राप्नोति शाश्वतीम् राम कीर्तिम् स बहु-वार्षिकाम् ब्रह्मणः स्थानम् आसाद्य तत्र च अपि महीयते
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| प्राप्नोति | प्राप् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| शाश्वतीम् | शाश्वत | pos=a,g=f,c=2,n=s |
| राम | राम | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| कीर्तिम् | कीर्ति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| बहु | बहु | pos=a,comp=y |
| वार्षिकाम् | वार्षिक | pos=a,g=f,c=2,n=s |
| ब्रह्मणः | ब्रह्मन् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| स्थानम् | स्थान | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| आसाद्य | आसादय् | pos=vi |
| तत्र | तत्र | pos=i |
| च | च | pos=i |
| अपि | अपि | pos=i |
| महीयते | महीय् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |