रामायणम् — 3.50.30
Original
Segmented
तस्यास् तान्य् अग्नि-वर्णानि भूषणानि मही-तले स घोषानि अवकीर्यन्त क्षीणास् तारा इव अम्बरात्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| तस्यास् | तद् | pos=n,g=f,c=6,n=s |
| तान्य् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=p |
| अग्नि | अग्नि | pos=n,comp=y |
| वर्णानि | वर्ण | pos=n,g=n,c=1,n=p |
| भूषणानि | भूषण | pos=n,g=n,c=1,n=p |
| मही | मही | pos=n,comp=y |
| तले | तल | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| स | स | pos=i |
| घोषानि | घोष | pos=n,g=n,c=1,n=p |
| अवकीर्यन्त | अवकृ | pos=v,p=3,n=p,l=lan |
| क्षीणास् | क्षि | pos=va,g=f,c=1,n=p,f=part |
| तारा | तारा | pos=n,g=f,c=1,n=p |
| इव | इव | pos=i |
| अम्बरात् | अम्बर | pos=n,g=n,c=5,n=s |