रामायणम् — 3.50.36
Original
Segmented
ह्रियमाणाम् तु वैदेहीम् दृष्ट्वा दीनो दिवाकरः प्रविध्वंस्-प्रभः श्रीमान् आसीत् पाण्डुर-मण्डलः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| ह्रियमाणाम् | हृ | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |
| तु | तु | pos=i |
| वैदेहीम् | वैदेही | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
| दीनो | दीन | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| दिवाकरः | दिवाकर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| प्रविध्वंस् | प्रविध्वंस् | pos=va,comp=y,f=part |
| प्रभः | प्रभा | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| श्रीमान् | श्रीमत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| आसीत् | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| पाण्डुर | पाण्डुर | pos=a,comp=y |
| मण्डलः | मण्डल | pos=n,g=m,c=1,n=s |