रामायणम् — 3.50.5
Original
Segmented
त्राहि माम् अद्य काकुत्स्थ लक्ष्मणैः इति वर-अङ्गना सु संत्रस्ता समाक्रन्दच् छृण्वताम् तु यथा अन्तिके
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| त्राहि | त्रा | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| माम् | मद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
| अद्य | अद्य | pos=i |
| काकुत्स्थ | काकुत्स्थ | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| लक्ष्मणैः | लक्ष्मण | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| इति | इति | pos=i |
| वर | वर | pos=a,comp=y |
| अङ्गना | अङ्गना | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| सु | सु | pos=i |
| संत्रस्ता | संत्रस् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
| समाक्रन्दच् | समाक्रन्द् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| छृण्वताम् | श्रु | pos=va,g=m,c=6,n=p,f=part |
| तु | तु | pos=i |
| यथा | यथा | pos=i |
| अन्तिके | अन्तिक | pos=n,g=n,c=7,n=s |