रामायणम् — 3.50.9
Original
Segmented
प्रधर्षितायाम् वैदेह्याम् बभूव सचराचरम् जगत् सर्वम् अमर्यादम् तमसा अन्धेन संवृतम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| प्रधर्षितायाम् | प्रधर्षय् | pos=va,g=f,c=7,n=s,f=part |
| वैदेह्याम् | वैदेही | pos=n,g=f,c=7,n=s |
| बभूव | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| सचराचरम् | सचराचर | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| जगत् | जगन्त् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| सर्वम् | सर्व | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| अमर्यादम् | अमर्याद | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| तमसा | तमस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| अन्धेन | अन्ध | pos=a,g=n,c=3,n=s |
| संवृतम् | संवृ | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |