रामायणम् — 3.52.10
Original
Segmented
अन्तरिक्ष-गताः वाचः ससृजुः चारणास् तदा एतत् अन्तः दशग्रीव इति सिद्धास् तदा अब्रुवन्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अन्तरिक्ष | अन्तरिक्ष | pos=n,comp=y |
| गताः | गम् | pos=va,g=f,c=2,n=p,f=part |
| वाचः | वाच् | pos=n,g=f,c=2,n=p |
| ससृजुः | सृज् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
| चारणास् | चारण | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| तदा | तदा | pos=i |
| एतत् | एतद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| अन्तः | अन्त | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| दशग्रीव | दशग्रीव | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| इति | इति | pos=i |
| सिद्धास् | सिद्ध | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| तदा | तदा | pos=i |
| अब्रुवन् | ब्रू | pos=v,p=3,n=p,l=lan |