रामायणम् — 3.52.15
Original
Segmented
मुक्ता-मणि-सुवर्णानि वस्त्राण्य् आभरणानि च यद् यद् इच्छेत् तद् एव अस्याः देयम् मद्-छन्दतस् यथा
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| मुक्ता | मुक्ता | pos=n,comp=y |
| मणि | मणि | pos=n,comp=y |
| सुवर्णानि | सुवर्ण | pos=n,g=n,c=2,n=p |
| वस्त्राण्य् | वस्त्र | pos=n,g=n,c=2,n=p |
| आभरणानि | आभरण | pos=n,g=n,c=2,n=p |
| च | च | pos=i |
| यद् | यद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| यद् | यद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| इच्छेत् | इष् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| तद् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| एव | एव | pos=i |
| अस्याः | इदम् | pos=n,g=f,c=6,n=s |
| देयम् | दा | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=krtya |
| मद् | मद् | pos=n,comp=y |
| छन्दतस् | छन्दतस् | pos=i |
| यथा | यथा | pos=i |