रामायणम् — 3.52.7
Original
Segmented
वनानि सरितः शैलान् सरांसि च विहायसा स क्षिप्रम् समतीयाय शरः चापाद् इव च्युतः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| वनानि | वन | pos=n,g=n,c=2,n=p |
| सरितः | सरित् | pos=n,g=f,c=2,n=p |
| शैलान् | शैल | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| सरांसि | सरस् | pos=n,g=n,c=2,n=p |
| च | च | pos=i |
| विहायसा | विहायस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| क्षिप्रम् | क्षिप्रम् | pos=i |
| समतीयाय | समती | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| शरः | शर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| चापाद् | चाप | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| इव | इव | pos=i |
| च्युतः | च्यु | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |