रामायणम् — 3.53.27
Original
Segmented
दुष्कृतम् यत् पुरा कर्म वन-वासेन तद् गतम् यः च ते सुकृतो धर्मस् तस्य इह फलम् आप्नुहि
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| दुष्कृतम् | दुष्कृत | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| यत् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| पुरा | पुरा | pos=i |
| कर्म | कर्मन् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| वन | वन | pos=n,comp=y |
| वासेन | वास | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| तद् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| गतम् | गम् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| यः | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| सुकृतो | सुकृत | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| धर्मस् | धर्म | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| इह | इह | pos=i |
| फलम् | फल | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| आप्नुहि | आप् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |